पहुँचाए ना ही उनकी भावनाओं को ठेस पहुँचाए... सभी मिल कर रहे खुश रहे.. पहुँचाए ना ही उनकी भावनाओं को ठेस पहुँचाए... सभी मिल कर रहे खुश रहे..
अगर थोड़ी देर बाद आते तो क्या पता मैं भी मालामाल हो जाता। बेचारा रमाकांत बहुत दुखी हो ग अगर थोड़ी देर बाद आते तो क्या पता मैं भी मालामाल हो जाता। बेचारा रमाकांत बहुत दु...
उस साया की आंखों से रोशनी आ रही थी। प्रीतम डर के मारे वहां पर ही बहोश हो गया। उस साया की आंखों से रोशनी आ रही थी। प्रीतम डर के मारे वहां पर ही बहोश हो गया।
हमारा दिमाग़ बहुत ताक़तवर होता है ,ये जो सोचता है ,महसूस करता है वही देखता है। ... हमारा दिमाग़ बहुत ताक़तवर होता है ,ये जो सोचता है ,महसूस करता है वही देखता है। ...
बारिश चाँदनी के बदन में एक अजब सी सिहरन पैदा करती थी। बारिश चाँदनी के बदन में एक अजब सी सिहरन पैदा करती थी।
नेत्र रोग विशेषज्ञ की आँखें निकाल कर हत्या, दो मेडिकल स्टाफ़ भी मौत के घाट उतारे गए।" नेत्र रोग विशेषज्ञ की आँखें निकाल कर हत्या, दो मेडिकल स्टाफ़ भी मौत के घाट उतारे ...